बाह्रय पहुँच कार्यक्रम – हैलो!! हम यहाँ पर भी हैं!!!
विज्ञान केवल प्रयोगशालाओं या अनुसंधान संस्थानों तक ही सीमित नहीं हैंय अपितु इसकी उपयोगी जानकारी की पहुँच जनसाधारण तक भी होनी चाहिए, जिससे यह जानकारी पूर्ण रूप से प्रभावी सिद्ध हो सके। इसी उद्देश्य के साथ विज्ञान केन्द्र स्थापित किए गए हैं, ताकि वे विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी सूचना-सम-सामायिक अथवा ऐतिहासिक जानकारी स्थानीय भाषाओं में प्रस्तुत कर उनका प्रचार प्रसार कर सकें। विज्ञान केन्द्र संस्कृति के वाहक भी है, हमारे विश्व की वैज्ञानिक समझ हेतु संस्कृतिक जिज्ञासा को शांत करना आवश्यक है तथा संस्कृतिक रूप से आश्चर्य एवं नई खोजों को समझा जाना आवश्यक हैं।
कुरूक्षेत्र पैनोरमा एवं विज्ञान केन्द्र, कुरूक्षेत्र (कुपैविके, कुरूक्षेत्र) अपने उद्गम से लेकर अब तक इस चुनौती को निभाते आया है कि सैंकड़ों किलोमीटर दूर उत्तरी भारत की विसंगत भौगोलिक स्थानों तक कैसे पहुँचा जाए। केन्द्र वहाँ या तो स्वयं पहुँचता है या किसी समुदाय की विशेष मांग पर पहुँचता हैं। इन सुदूर इलाकों में जैसे पंजाब, हरियाणा, चण्डीगढ़, उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश में केन्द्र ने अपने भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान उत्सव तथा समुदाय विशेष की आवश्यकताओं के आधार पर बनाए गए कार्यक्रमों के माध्यम से गत 19 वर्षों से निरन्तर अपनी पहुँच बनाई हैं।
भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी केन्द्र का पहला कार्यक्रम था जिसके द्वारा सुदूर क्षेत्रों में विशेषकर विद्यार्थियों तक पहुँचा जा सका। विशेष रूप से अभिकल्पित की हुई बस जिसमें 24 प्रदर्श हैं, इस सेवा हेतु उपलब्ध रही है।
भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी बस की यात्रा गत 19 वर्षों से निरन्तर जारी है। अब तक भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी उत्तरी भारत के सुदूर गाँवों तथा पहाड़ी क्षेत्रों में 30 हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा कर चुकी है, जिसमें 2 लाख से अधिक बच्चों तक इसके माध्यम से पहुँचा जा सका हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों को गत 19 वर्षों से निरन्तर करना अत्यधिक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है। ऐसा एक समर्पित टीम द्वारा ही सम्भव हो सका है, जो भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी को ‘‘घर से दूर एक घर‘‘ समझती है।
केन्द्र विश्वविद्यालयों, एनजीओ, आईआईटी, विद्यालयों इत्यादि जैसे विभिन्न संस्थानों की आवश्यकतानुसार तैयार कार्यक्रम भी उपलब्ध कराता हैं। केन्द्र विभिन्न बाह्रय पहुँच कार्यक्रमों के द्वारा 20 लाख से अधिक दर्शकों तक पहुँच चुका है। गत 19 वर्षों में केन्द्र अपने आप को दर्शकों, समुदायों, वैज्ञानिक संस्थानों तथा एनजीओं के मध्य एक ब्राण्ड के रूप में स्थापित कर चुका हैं। बाह्रय पहुँच कार्यक्रमों के माध्यम से केन्द्र ने विभिन्न समुदायों के साथ उनकी आवश्यकतानुसार कार्यक्रम तैयार करके एक शक्तिशाली संबंध स्थापित किया है जिससे उत्साहित होकर और अधिक दर्शक केन्द्र के भ्रमण के लिए आते हैं। संबंध द्वारा वैज्ञानिक चेतना के उद्दीपन की यह यात्रा निरन्तर जारी है।